लॉकडाउन में प्यासे को मिली प्यासी चूत – 2024

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम प्ले बॉय है जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि यह नाम बदला हुआ नाम है.

पहले मैं आप सबको अपने बारे में बता देता हूँ. मेरी हाइट 6 फुट है और मेरी बॉडी भी दुबली पतली है.
देखने में मैं काफी आकर्षक दिखता हूँ. ऐसा सब मेरे फ्रेंड्स कहते हैं.

मैं एक बड़ी कंपनी में काम करता हूँ और मुझे शुरू से ही चूत चुदाई करने में बहुत मजा आता है, फिर चाहे वह लड़की की चूत हो या आंटी की.

मेरे लंड की साइज भी इतनी है कि किसी की चूत को भोसड़ा बनाती हुई संतुष्ट कर सकती है.

यह सेक्स कहानी करीब 2 साल पहले की है.
अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है.
मैं आशा करता हूँ कि आपको मेरी यह हॉट फ्रेंड सेक्स कहानी पसंद आएगी.

उस वक्त के हालत के बारे में आप सबको तो पता ही है कि कोरोना के चलते सब लोगों की फटी पड़ी थी और सबका बाहर आना जाना बंद हो गया था.

उस टाइम मैं भी पूरा दिन घर पर रहकर बोर हो गया था और सोच रहा था कि काश किसी की चूत मिल जाए तो हाथ को फुर्सत मिले क्योंकि कोरोना की वजह से बहुत टाइम से चूत का इंतज़ाम नहीं हो रहा था.
जिस वजह से लगातार ब्लूफिल्म देख देख कर मुठ मार रहा था.

उस दिन मैं अपने मोबाइल में अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ रहा था.
तभी अचानक से मेरे मोबाइल में एक अनजान नंबर से कॉल आया.

मैंने फोन उठाया और हैलो कहा.
तो सामने से एक बहुत प्यारी सी आवाज आई- हैलो पहचाना?

मेरे लिए यह नया नंबर था तो मैं नहीं पहचान पाया कि सामने से कौन बोल रही है.
मैंने कहा- अगर नाम बताओगी, तभी समझ में आएगा ना!
उसने अपना नाम बताया.

उसका नाम अंजलि था और यह नाम बदला हुआ है.

मैं आपको बता देता हूँ कि अंजलि एक बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की थी.
जो भी उसको देख ले, उसका लंड शर्तिया खड़ा हो जाएगा और वह उस लड़की को चोदने के सपने देखने लगेगा.

अंजलि का फिगर 32-28-34 का था और वह एक शादी शुदा लड़की थी.
उसकी उम्र करीब 30 साल की होगी और उसको अब तक कोई बच्चा नहीं था.
अंजलि का पति एक बहुत ही बड़ी कंपनी का मालिक था.

तो ऐसे ही उसका मुझे कॉल आया और हमारी बातें होने लगीं.

हम दोनों एक दूसरे को पहले से जानते ही थे और वह पहले मेरे साथ ही काम करती थी.
तभी से मैं उसको पसंद करता था पर हमारे बीच कभी भी सेक्स जैसी बातें नहीं हुई थीं.

पर इस बार जब उसका कॉल आया तो मैं भी फ्री था तो सोचा कि चलो इससे शांति से बात करते हैं, शायद चूत का इंतज़ाम हो जाए.

हम दोनों ऐसे ही सामान्य बातें कर रहे थे तो उसी दरमियान मैंने उससे पूछा- अचानक से तुम्हें मेरी याद कैसे आ गयी?
वह बोली- मैं तुमको कितने टाइम से कॉल करना चाहती थी, पर टाइम का सैटिंग ही नहीं हो पा रहा था तो नहीं कर पा रही थी.

मैंने भी कहा- चलो अच्छा हुआ कि तुमको टाइम तो मिल गया कॉल करने का!
उस बात पर वह हंस दी.

उसकी हंसी से मुझे लगा कि चलो यहां पर कुछ बात बन सकती है.

मैं- कैसी चल रही है तुम्हारी लाइफ?
अंजलि- चल रही है अच्छे से!

शायद उसको पता था कि मैं उसको पहले से पसंद करता हूँ और उसकी चूत चोदना चाहता हूँ.
मैंने कहा- आज मेरी याद कैसे आ गई?

वह बोली- मैं अगले महीने तुम्हारे शहर में आने वाली हूँ और मुझे 2-3 दिन का काम है, तो क्या उस एरिया में कोई अच्छा सा रहने का इंतज़ाम हो सकेगा क्या? क्योंकि आजकल लगभग सारे होटल बंद चल रहे हैं. कोई होटल चल रहा हो तो प्लीज मुझे बताओ.

मेरे दिमाग में अब और ख्याल आने लगे, पर मैं चुप रहा.

मैंने कहा- मैं पूछ कर बताता हूँ.
उसने कहा- हां ठीक है, मुझे बताना जरूर. इंतजाम न भी हो पाए, तब भी फोन जरूर करना.

उसने यह कहा, तो मुझे समझ आ गया कि मामला जमने के लिए राजी है.
ऐसे ही उस दिन के बाद से हम दोनों की रोजाना बातें शुरू हो गईं.

दो-तीन दिन ऐसे ही निकल गए और मैं उसके नाम की मुठ मार कर सो जाता था.
एक दिन मुझे ऐसा लगा कि शायद उसको भी मेरे साथ सेक्स करने की इच्छा तो है पर शायद वह बोल नहीं पा रही है.

अगले दिन जैसे ही उसका मैसेज आया, मैंने उसको अपना बिना शर्ट वाला पिक्चर भेजा, जिसे मैंने जानबूझ कर ऐसे लिया था कि उसको मेरे लंड के ऊपर का उभार दिखाई दे जाए.
मैंने भेजने के बाद उससे सॉरी बोलते हुए लिखा कि गलती से सेंड हो गया.

उसके बाद मैंने उस फ़ोटो को डिलीट कर दिया.
तभी उसने कहा- इसमें डिलीट करने जैसी बात क्या है? हम तो वैसे भी एक दूसरे को जानते हैं तो सब चलता है.

उसका इतना कहने पर मुझमें थोड़ी हिम्मत आयी कि चलो लाइन साफ़ है.
अब हम दोनों थोड़ा खुलने लगे और मैं उसको सेक्स के मैसेज भी भेजने लगा था.

वह भी मुझे ऐसे फोटोज भेजने लगी थी जिसमें वह काफी हॉट दिखती थी.

अब हमारी बातें कभी कभी तो वीडियो कॉल में भी होने लगी थीं.
कभी मैं उसको बोलता कि यार नहाने जाओ, तब मुझे वीडियो कॉल करना. मुझे तुझे ब्रा में देखना है.

पहले तो उसने मना कर दिया, फिर बाद में मैंने उससे मना लिया तो वह मान गयी.
फिर जब वह नहाने गयी, तब मुझे उसने वीडियो कॉल किया.

मैं तो उसको देखता ही रह गया, क्या क़यामत लग रही थी वह!
ऐसे लग रही थी, जैसे कोई परी आ गयी हो.
उसके बूब्स इतने टाइट लग रहे थे और जैसे बोल रहे थे कि मुझे इसमें से बाहर निकालो.

अब उसने अपनी ब्रा का हुक खोला और बूब्स आज़ाद हो गए.
यकीन मानिये दोस्तो, उस दिन जो भी उसको देख लेता … उसके लंड से पानी ऐसे ही निकल जाता.
उसके बूब्स इतने सफ़ेद थे और उसमें भी उसके पिंक निप्पल ऐसे लग रहे थे कि अभी जाकर पकड़ लूँ और बाथरूम में ही उसकी चूत फाड़ दूँ.

मैंने बहुत मुश्किल से अपने आपको संभाला.
बाद में उसका कॉल आया तो हमने बात की.

अब वह भी मेरे से खुल चुकी थी तो हम लोग बिना सोचे कुछ भी बातें करते थे.
एक दिन उसने पूछा कि अब शांति हुई न मुझे ब्रा में देख कर?

मैंने कहा- यार ब्रा में देखने के बाद तो मेरा हाल और भी बुरा हो गया है.
तो वह बोली- अब क्या हुआ?

उसको भी पता था कि मैं क्या चाहता हूँ पर वह मेरे मुँह से सुनना चाहती थी.
मैंने भी कहा- यार, तेरे जैसी लड़की को ऐसे कोई देख ले, तो क्या वह बिना सेक्स का सोचे रह सकता है?

उसने कहा कि ऐसा मेरे में क्या है?
मैंने कहा- यार, तुझे नहीं पता कि तेरे पास ऐसा क्या है … पर हमसे आकर पूछ न, जिसने तेरे अन्दर ऐसा देखा है.

वह हंस कर बोली- जो भी बोलना है साफ़ साफ़ बोलो न!
मैंने कहा- यार, जब से तुझे देखा है न उसके बाद मुझे तेरी चूत चोदने की इच्छा ही हो गयी है.

उस पर वह थोड़ी देर कुछ नहीं बोली, बाद में उसने चैट से स्माइली वाला पिक्स भेज दिया.

उस रात को उसका मैसेज आया तो मैंने कहा- यार, तेरे साथ सेक्स करने की बहुत इच्छा हो रही है, प्लीज एक बार तेरी चूत मिल जाए तो!

उसने कहा- सच बताऊं … तो मेरी भी तेरे साथ सेक्स करने की इच्छा बहुत टाइम से थी पर मैं तुम्हें कभी कह नहीं पायी.
इतना सुनते ही मेरी ख़ुशी का तो ठिकाना नहीं रहा.

उस रात को हम दोनों ने 3 घंटे तक वीडियो कॉल पर बात की … और वह भी न के बराबर कपड़ों में.
वह सिर्फ ब्रा पैंटी में थी और मैं भी अपने अंडरवियर में था.

बाद में हम दोनों ने वह भी निकाल दिया.
मैंने उससे कहा- अपनी चूत दिखाओ!

उसने अपने मोबाइल का कैमरा चूत के सामने किया और छेद दिखाने लगी.

दोस्तो … आह मैं क्या ही बताऊं … उसकी चूत एकदम मक्खन थी. चिकनी चूत पर झांट का एक बाल भी नहीं था.
मस्त चूत लग रही थी.

मैंने उससे कहा- अब तो और भी नहीं रहा जाता!
उसने हंस कर कहा- थोड़े टाइम इंतज़ार करो, मैं वैसे भी वहां तीन दिन के लिए आने वाली हूँ. तब उन तीन दिनों में तुम्हें जो करना हो, कर लेना.
मैंने भी झट से हां कह दिया.

उसने मुझे बताया कि उसकी कोई परिचित का कमरा खाली मिल गया है, वह उधर रुकेगी. क्योंकि उसके पति ने ही उधर रुकने की कह दी थी.
बाद में उसने मुझे यह भी कहा था कि उसके पति से उसे सेक्स करने में तृप्ति नहीं मिलती है इसलिए वह मुझसे चुदवाना चाहती है. उसका पति भी अपने काम में ही बिजी रहता है.

फिर वह दिन आ ही गया जिसका हमें बेसब्री से इंतज़ार था.

उसका निकलते वक़्त मुझे कॉल आया कि मैं निकल रही हूँ और 4-5 घंटे में पहुंच जाउंगी.
मैंने कहा- तुम सीधी मेरे घर ही आना. मेरे घर पर कोई नहीं है.

उसने कहा- नहीं डियर, पहले मैं अपने परिचित वाले के कमरे पर पहुंच जाऊंगी, तुम उधर से मुझे ले लेना.

शाम को करीब 6 बजे उसका कॉल आया कि मैं कमरे में पहुंच गयी हूँ!
मैंने उससे कहा- तुम बस जरा देर रुको, मैं अभी आता हूँ.

वह जहां रुकी थी, वहां से मेरा घर नजदीक ही था.
मैं जल्दी से वहां पहुंच गया और उधर जाकर मैंने देखा तो मैं देखता ही रह गया.

उसने नीले रंग की साड़ी पहनी हुई थी जिसमें वह क़यामत लग रही थी.
मैं उसको लेकर अपने घर में आ गया और उसको बैठने का कहा.

मैंने उसको पानी दिया, वह थकी हुई लग रही थी.
मैंने कहा- तुम पहले नहा लो और आराम कर लो. तब तक मैं खाने का कुछ लेकर आता हूँ.

मैं उसको बिठा कर खाना लेने गया और वापिस आया तो देखा कि वह अभी भी बाथरूम में ही थी.
मैं बाथरूम के साइड में गया और झांक कर देखा तो बाथरूम आधा खुला हुआ था.

थोड़ी सी कोशिश में मुझे अंजलि दिखाई देने लगी थी.
मैं शांत खड़ा होकर उसे देख रहा था. शायद उसको भी यह पता था.

बाद में उसने एक काले कलर की ट्रांसपेरेंट ब्रा उठायी और पहन ली. फिर पैंटी पहनी और ड्रेस पहन कर बाहर आ गयी.
मैं उसको देखते ही रह गया.

वह ड्रेस इतनी टाइट थी कि उसमें से उसके बूब्स की लाइन साफ़ दिखाई दे रही थी और ब्रा का शेप भी साफ़ दिखाई दे रहा था.
वह मेरे सामने देख कर पूछने लगी- क्या हुआ, इसके पहले नहीं देखा क्या?

मैंने कहा- देखा तो है, पर आज कुछ अलग ही है.
इस पर वह कुछ नहीं बोली, सिर्फ हंसने लगी और सोफे पर आकर बैठ गई.

मैंने उससे कहा- चलो पहले खा लेते हैं. तुम इतनी दूर से आयी हो और खाने का टाइम भी हो गया है.
उसने कहा- हां ठीक है.

फिर हम दोनों टेबल पर खाने बैठ गए. हम लोग इतने पास बैठे थे कि हमारे पैर एक दूसरे से टकरा रहे थे.
मैंने उसको अपने हाथों से खिलाया.

बीच बीच में मैं उसके गाल पर चुम्बन कर लेता था.
वह कुछ नहीं बोल रही थी.

फिर वह खाने के बाद उठी और सोफे पर जाकर बैठ गयी.

उसके पीछे मैं भी उसके पास जाकर बैठ गया और उसको अपने गले से लगा लिया.

उसने कहा- थोड़ा सब्र तो करो, पूरी रात पड़ी है.
मैंने कहा- तुम अगर साथ में हो, तो रात भी कम है.

उस पर वह हंस पड़ी.

फिर मैं खड़ा हुआ और जाकर फ्रिज में से दो बियर ले आया. दो गिलास में दोनों के लिए बियर निकाली.
हम दोनों पीने लगे.

मैंने अभी आधा गिलास ही पिया था, तब तक उसमें उसने पूरा गिलास खत्म कर दिया था.
उसकी आंखों में नशा सा दिखने लगा था.

मैं धीरे से खड़ा हुआ और उसके पास जाकर खड़ा हो गया.
अब मैंने उसको उठा कर अपनी गोद में बिठा लिया.

उस टाइम मुझे क्या मजा आ रहा था कि क्या ही बताऊं … सच में मैं आप सबको वह आनन्द लिख कर नहीं बता सकता.
मैंने धीरे से उसके बूब्स को नीचे से पकड़ा और दबाने लगा.

वह भी मना नहीं कर रही थी.

फिर मैंने धीरे से उसको मेरी साइड घुमाया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा.

धीरे धीरे वह भी मेरा साथ देने लगी और वह भी मेरे लंड पर अपना हाथ ले जाने लगी.
ऐसे ही हम दोनों दस मिनट तक एक दूसरे को चूमते रहे.

फिर मैंने उसको अपनी गोद से उठा कर सोफे में बिठाया और उसकी ड्रेस को निकालने लगा.
ड्रेस के निकलते ही वह ब्लैक ट्रांसपेरेंट ब्रा में मेरे सामने थी और उसके सफ़ेद बूब्स आधे से ज्यादा मुझे दिख रहे थे.

सच में वह एक क़यामत लग रही थी.

मैंने उसके एक बूब्स को पकड़ा और ब्रा के ऊपर से ही उसे दबाने लगा और दूसरे बूब्स को चूसने लगा.
कुछ मिनट ब्रा के ऊपर से ही दूध चूसने के बाद मैंने उसकी ब्रा को खोल दिया.

अब उसके बड़े सफ़ेद बूब्स मेरे सामने थे.
मैं उसके मम्मों पर टूट पड़ा.

एक दूध को अपने हाथ से दबा रहा था तो दूसरे बूब्स को अपने मुँह से चूस रहा था.
उसकी सांसें भी अब तेज होने लगी थीं.

तभी मैंने उसको उठाया और उसकी लेग्गिंग्स भी निकाल दी.
अब वह मेरे सामने सिर्फ पैंटी में थी.

मैंने उसको सोफे पर सुला दिया और उसके ऊपर आकर उसके बूब्स को चूसने लगा.

वह अब तक बेहद गर्म हो गई थी और मेरे लंड को पकड़ रही थी.

मैंने उसके दूध को मुँह में भरा, उसी वक्त उसने मुझे हटा कर मेरी टी-शर्ट को निकाल दिया और वह सोफ़े से उतर कर घुटनों के बल बैठ कर मेरी पेण्ट की ज़िप खोलने लगी.

अंजलि ने मेरी आंखों में वासना से देखते हुए मेरी टांगों से पेण्ट निकाल दी.
अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था.

तभी अंजलि ने मेरे अंडरवियर को खींचा और मुझे नंगा कर दिया.
जैसे ही उसने मेरा अंडरवियर खींचा, मेरा लंड एकदम उसके मुँह के सामने आ गया और वह देखती ही रह गयी.
उसने मेरे लंड को पकड़ा और एक हल्का सा चुम्बन दे दिया.

मेरे अन्दर तो मानो एक करंट सा दौड़ गया.
मैंने उसको उठाया और 69 की पोजीशन में लिया.

अब वह मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था.

क्या बताऊं यार … आज तक जितना मजा मुझे अंजलि ने दिया था लंड चूस कर … उतना मजा आज तक किसी ने मुझे नहीं दिया है.

वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी, जैसे बरसों से उसने लंड को देखा ही न हो और आज अचानक से मिल गया हो.
मेरे पूरे लंड को वह अपने मुँह में लेने की कोशिश कर रही थी पर लंड बड़ा होने की वजह से नहीं ले पा रही थी.

उसने करीब 5 मिनट तक मेरा लंड चूस कर मुझे जन्नत की सैर करवाई.
मेरा अब होने वाला था तो मैंने उसके मुँह में से अपने लंड को निकाल लिया.

अब बारी मेरी थी उसकी चूत झाड़ने की.
मैं उसके दोनों पैरों के बीच में आ गया और उसकी चूत में उंगली घुमाने लगा.
उसकी चूत में से पहले से ही पानी निकल रहा था, शायद वह भी बहुत दिन बाद सेक्स करने वाली थी.

मैंने उसकी चूत में अपने जीभ डाली और उसको अच्छे से चाटने लगा.
वह भी मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत को जोर जोर से चटवा रही थी.

मुझे भी उसकी चूत चाटने में मजा आ रहा था.

करीब दो मिनट तक चूत चाटने के बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिसे मैं पूरा चाट गया.

अब अंजलि से रहा नहीं जा रहा था तो वह बोली- यार, चूत बाद में चाट लेना, अभी मुझे लंड की बहुत जरूरत है. प्लीज अब अपना मूसल लंड मेरी चूत में डाल दो और मेरी चूत को फाड़ दो. बहुत दिनों से मेरी चूत ने लंड का मजा नहीं लिया है … प्लीज मेरी चूत का आज भोसड़ा बना दो.

वह ऐसी ऐसी गालियां बकी जा रही थी कि मैं भी चुदास के नशे में आता जा रहा था.

मुझे भी लगा कि पहले इसकी चूत में लंड डाल देना चाहिए.
मैं भी सीधा हुआ और उसके पैरों के बीच में आकर अपने लंड को उसकी चूत के छेद पर सैट कर दिया.

फिर ऐसे रगड़ा कि वह बहुत ही नशे में आने लगी थी और अपनी गांड उछाल उछाल कर लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी.
मैंने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा और धीरे से झटका लगाया.

थोड़ा सा लंड उसकी चूत में चला गया.
जैसे ही लंड अन्दर गया, वह चिल्लाने लगी- आह प्लीज बाहर निकालो इसको … यह बहुत बड़ा है … आह मुझे बहुत दर्द हो रहा है!
उसकी आंखों से आंसू आ गए.

मैं थोड़ा रुक गया क्योंकि उसने बहुत टाइम से सेक्स नहीं किया था तो उसकी चूत का छेद भी टाइट हो गया था.
उसी वजह से लंड को अन्दर जाने में थोड़ा कठिन हो रहा था.

अब मैंने लंड चूत से निकाला और एक तेल की बोतल ले आया.
मैंने थोड़ा सा तेल उसकी चूत में लगाया, ताकि लंड आसानी से अन्दर जा सके.

अब मैंने फिर से उसको सोफे पर लिटा दिया और उसकी चूत पर लंड सैट करके एक जोरदार झटका लगा दिया.
मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया और वह जोर जोर से चिल्लाने लगी.

उसकी चूत से थोड़ा खून निकलने लगा.
मैं थोड़ी देर ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा.

जैसे ही उसका दर्द कम हुआ, वह अपनी गांड उठा उठा कर लंड लेने की कोशिश करने लगी.

तभी मैं फिर से धक्के लगाने लगा.
अब उसको भी मजा आने लगा था.
वह भी गांड उछाल उछाल कर लंड ले रही थी और मैं भी घचाघच लंड उसकी चूत में डाल रहा था.

अब तो साली को मजा आने लगा था और वह बोली जा रही थी- आह जान, दम से पेल दे अपना हैवी लंड मेरी चूत में … और जोर से डाल आह और अन्दर तक डाल … आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दे … आह बहुत दिनों से इसको लंड नहीं मिला है … आह आह!

मैं भी अपनी रफ़्तार बढ़ा कर चूत चोद रहा था.
उसको बहुत ज्यादा मजा आ रहा था.

कुछ देर बाद मैंने उससे कहा- अब घोड़ी बन जा.
वह जल्दी से घोड़ी बन गयी और मैं उसके पीछे से लंड घुसाने लगा.

मैंने लंड सैट किया और एक ही झटके में मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.

वह चिल्लाने लगी- आह मादरचोद धीरे से चोद … मैं कोई सड़क छाप रंडी नहीं हूँ.
मैं भी अब कहां रुकने वाला था.

मैंने भी कहा- साली रंडी … आज तेरी चूत को फाड़ कर इसका भोसड़ा बना दूंगा.
गांड आगे पीछे कर करके मेरी हॉट फ्रेंड सेक्स का मजा ले रही थी.

अब उससे रहा नहीं गया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
पर अभी तक मेरा नहीं हुआ था तो मैं उसको चोदे जा रहा था.

उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था तो उसकी वजह से फच फच की आवाज आ रही थी.
मेरा लंड आसानी से अन्दर बाहर हो रहा था. अब तो मेरा लंड पूरा अन्दर तक जा रहा था.

उसकी चूत भी खुल चुकी थी तो अब उसे भी मजा आने लगा था.

कुछ देर बाद मेरा भी होने वाला था तो मैंने कहा- मेरा होने वाला है जल्दी बता कि कहां निकालूँ?
उसने कहा- मेरी चूत के अन्दर ही अपना सारा माल निकाल दे … बहुत टाइम से महसूस नहीं किया है.

मैं जल्दी जल्दी धक्के मारने लगा और 10-15 झटकों में मेरा भी निकल गया और मैं उसके ऊपर ही लेट गया.

फिर हम दोनों खड़े हुए और बाथरूम में गए, दोनों ने एक दूसरे को साफ़ किया.
वहां पर भी मैंने अंजलि को एक बार चोदा.

वहां मैंने उसकी दो तरफा चुदाई किस तरह से की.
कैसे मैंने अंजलि को बाथरूम में चोदा और लगातार 3 दिन में मैंने उसको 12 बार चोदा.
वह सब मैं आपको अपनी अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.

मैं आशा करता हूँ कि आपको यह हॉट फ्रेंड सेक्स कहानी पसंद आयी होगी.

1 thought on “लॉकडाउन में प्यासे को मिली प्यासी चूत – 2024”

  1. Greetings I am so thrilled I found your website, I really found you by
    mistake, while I was researching on Bing for something else, Anyways I am here now and would just like to
    say thank you for a tremendous post and a all round thrilling blog (I also
    love the theme/design), I don’t have time to read through
    it all at the moment but I have bookmarked it and also added your RSS feeds, so
    when I have time I will be back to read much more, Please do keep up the fantastic work.

    casino en ligne
    Every weekend i used to go to see this web page,
    as i wish for enjoyment, for the reason that this this site conations actually
    nice funny material too.
    casino en ligne fiable
    Hi, i read your blog occasionally and i own a similar one and
    i was just wondering if you get a lot of spam
    remarks? If so how do you reduce it, any plugin or anything you can advise?
    I get so much lately it’s driving me crazy so any help is very much appreciated.

    casino en ligne francais
    An outstanding share! I have just forwarded this onto a coworker
    who was conducting a little research on this. And he
    in fact bought me breakfast due to the fact that I found it for him…
    lol. So allow me to reword this…. Thanks for the meal!!
    But yeah, thanks for spending time to discuss this matter here
    on your site.
    casino en ligne
    It’s awesome in favor of me to have a site, which is beneficial designed for my experience.
    thanks admin
    casino en ligne
    Thanks for some other informative website. Where else may I get
    that kind of information written in such a perfect method?
    I have a project that I’m simply now operating on,
    and I’ve been on the look out for such info.
    casino en ligne fiable
    Very good blog! Do you have any helpful hints for aspiring writers?
    I’m planning to start my own website soon but I’m a little lost on everything.
    Would you suggest starting with a free platform like WordPress or go for a paid option? There are so many options out
    there that I’m totally overwhelmed .. Any
    suggestions? Kudos!
    meilleur casino en ligne
    This is a very good tip particularly to those new to the blogosphere.
    Simple but very accurate information… Thank you for sharing this one.
    A must read article!
    casino en ligne fiable
    What’s up, after reading this awesome piece of writing i am as well cheerful
    to share my experience here with mates.
    casino en ligne
    Very nice post. I just stumbled upon your weblog and wished to mention that I have really loved surfing around your weblog posts.
    In any case I’ll be subscribing for your feed and
    I’m hoping you write again very soon!
    casino en ligne fiable

    Reply

Leave a Comment